kya aap bhi karte hain apne parents ka apmaan? to jarur dekhe ise

* बाबा के  बाल ऐसे नहीं पके ,अपने हिस्से का खिलाया बेटे को। 
कई किलो मिटर दूर से गाय का दूध लाकर पिलाया बेटे को। 
जब हद से ज्यादा मन हतास हुआ ,रखकर अपना हाथ उसके सर पर ,सहलाया बेटे को। 
अंदर से टुटा हुआ बाबा झूठी  हसी हसकर  हसाया बेटे को। 
जब लूट लिया था बाबा को उन्ही के भाईयो ने ,फिर भी हिम्मत से कमाकर खिलाया बेटे को। 
एक आदमी के ऊपर पुरे परिवार का बोझ होता है, 
कई छोटी बड़ी ठोकरे खाकर जब शाम को घर आता है  
और घर आते  ही घर के कामो में फिर लग जाता है 
खुश रहे उसका परिवार यही होती है कोशिशे  उसकी ,
 और उसकी पूरी उम्र इसी कोशिश में चली जाती है। 
खुशियों का भी क्या कहना यारो ,आती है ऐसे जैसे सपनो में भगवान् । 
बच्चो के भगवान्  उसके माँ- बाप  होते है
कभी हसकर , कभी रोकर  तो कभी प्यार से ,जैसे मन किया ,जब मन किया मांग लिया  माँ से।  
उस माँ से पूछना जो बच्चो की खुशि के लिए अपने दर्द छुपा लेती है ,जो खुद के लिए एक साडी  और बच्चो के लिए कई ड्रेस ला देती है। 
बाबा ने ऑफिस में ज्यादा समय दिया ,बॉस ने जबरजस्ती रोक लिया घर पे ऐसी खबर भेजवा दिया। 
एक बेटा  अपने माँ- बाप को कभी नहीं समझ पाता, ,जब तक वो साथ होते है   बिछड़कर समझने पे सिर्फ अफ़सोस रह जाता है। 
दोस्तों आप भी अपने माँ बाप की इज्जत करना सुरु कर दीजिये कही ऐसा न हो की ये शुभ  काम सिर्फ अफ़सोस बनकर रह जाए। 

रूबी  सिंह  



 
   






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