pyar kya hai ?

सच्चे प्यार को कैसे पहचाने ? जानने के लिए पूरी कहानी पढ़े। 

सपना एक ऐसी लड़की जो अपनी समझदारी से अपने मम्मी पापा का नाम रोशन करती हैं ,सपना अपने घर में सबसे लाड़ली होती है सब उसे बहुत प्यार करते है। 
जब वो 1 8  साल की होती है तो उसके मम्मी पापा उसे शहर पढ़ने के लिए भेज देते है ,सपना कभी अकेली नहीं रही फिर कैसे शहर में अकेले रहती है  ?आईये जानते है। 


 जब सपना शहर गई तो उसने देखा यहाँ कोई किसी से  ज्यादा मतलब नहीं रखता ,अगर किसी के घर में  चोरी हो रही है तो ये सब देखकर भी सब अपनी आखे बंद कर लेते  थे। 
ये सब देखकर सपना सोचती थी इसे अच्छा हमारा गांव है 
एक दिन सुबह सपना जब पढ़ने के लिए जा रही थी तो उसने देखा एक लड़का लड़की के साथ बहस कर रहा था ,सपना वहा गई और बोला  क्या हो रहा है ये 
जैसे ही सपना ने  ये पूछा जवाब में ये सुनने को मिला 
उस लड़की ने बोला तुम कौन हो ये पूछने वाली हम कुछ भी करे तुमसे मतलब। 


सपना को गुस्सा आया और वो वहा  से चली  गई तभी रास्ते में एक  पत्थर का टुकड़ा था सपना ने देखा नहीं और उसे टकराकर गिर पडी  तभी एक लड़के ने अपना 
हाथ बढ़ाया और बोला " क्या मैं तुम्हारी कुछ मदत कर सकता हु "

सपना बोली "नहीं धन्यवाद पूछने के लिए "

सपना खड़ी होकर उस लड़के से पूछा "क्या नाम है तुम्हारा "

लड़का -मेरा नाम जरा  है। 

सपना हसने लगी। 
सपना को हसते  देख जरा भी हसने लगा 
दोनों ने  एक दूसरे से कुछ समय तक बात किया 
फिर दोनों चले गए। 
लड़का सपना को पसंद करने लगा था  इस बात को  आगे बढाने  के लिए एक दिन सपना से बोला 
" मैं तुमसे प्यार करता हु सपना "

क्या तुम मुझसे शादी करोगी?
सपना = मेरे पापा यहाँ पढ़ने के लिए भेजे हैं विवाह करने के लिए नहीं। 

जरा = मैं  कहाँ कह रहा हु तुम पढाई छोड़ दो ,पढाई भी करते रहना। 
सपना =नहीं मुझे शादी नहीं करनी  

जरा = पर क्यों ?
सपना = क्योकि पहले लड़का बोलता हैं और लड़की सुनती है फिर लड़की बोलती है और लड़का सुनता है 
फिर दोनों बोलते है और मुहल्ले वाले सुनते है। 

जरा = मुस्कुराते हुए नहीं हम ऐसा नहीं करेंगे हम                     अपनी अलग  दुनिया  बनाएंगे। 
सपना = ऐसा सभी कहते हैं। 

जरा = ओह गॉड तुम्हे तो समझाना भी मुश्किल है 
          पतानहीं  किस मिटटी की बनी हो, तुम्हे                         समझाना मतलब अपना सर दीवार पे मारना।  
सपना = आ गई दिल की बात जुबा पे। 
जरा = नहीं सपना ऐसी बात नहीं है मैं तुमसे सच में प्यार करता हु और शादी भी करना चाहता हु। 

सपना =तुम मुझसे प्यार करते हो मैं  तुमसे नहीं करती 
            जाओ यहाँ से कोई फायदा नहीं है। 
जरा = हार मानते हुए बोला   मैं तो जा रहा हु सपना पर जाते - जाते  तुमसे कुछ  कहना चाहता  हु। तुम बहुत अच्छी लड़की हो ,तुम्हारी शादी जिसे होगी वो बहुत खुशनसीब होगा सपना मैंने तुमसे झूठ बोला  था मेरा नाम जरा नहीं है  मैं जा रहा हु मेरा सही नाम जानने के लिए  " जरा " का उल्टा कर देना पता चल जाएगा। 
यह बोलकर वो चला गया। 
सपना ने जब नाम उल्टा किया तो पता चला  उसका नाम राज है। 
सपना की आँखे भर आयी और उसने सोचा इतना बड़ा झूठ बोला मुझसे। 



उद्देश्य = बाहर में कभी किसी पर विश्वास नहीं करना चाहिए और  इतने बड़े फैसले अकेले नहीं लेना चाहिए आपके एक फैसले से माता- पिता को हजारो दुःख मिलते है। 

 उसने जब बताया अपने मम्मी- पापा  को तो उसके मम्मी पापा को उसपे गर्व हुआ। 

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