pyar ka kuchh mitha kuchh dard bhari shayari

1 = ये जिंदगी की जवानी है 

       हर पल इसमें कुर्बानी है 

         कुछ मिला और सब कुछ खो दो 

            बे जुबा इसकी कहानी है 


2 =दर्द से न पूछो दर्द हुआ

     दिल से पूछो तो हर पल हुआ 

      हम हर पल मरते रहे उनके याद में 

       और उनको न कोई गम हुआ 

3 = नफरत ने लिया प्यार का स्वाद 

        गुदगुदी हुआ उसे कई बार 

       बोला मीठा है प्यार ,पर प्यार ने कर दी बेवफाई 

      तब नफरत को बाहत तेज गुस्सा आयी 

          छुप - छुप के बहत रोया 

          और नफरत का साथ कभी नहीं छोड़ा।।

4 =   प्यार का एहसास प्यार से 

      न होना दूर तुम हमसे 

     मेरी जिंदगी की सास हो आप 

    मानो न मानो मेरी जान हो आप। 

5 = मन की ब्यथा को देख जिंदगी रोने लगी 

   मिटेगी कैसे दर्द दिल  कहने लगा 

  फिर क्या मैंने दगा को भी दगा दिया 

   और दर्द को भगा दिया। 

6 =हमे तुमसे प्यार है ऐसे 

    समुन्दर का पानी खतम  न हो जैसे 

   आओ इस जिंदगी को स्वर्ग बना दे 

   अपने प्यार को एक नया नाम दे। 

 7 =प्यार एक नशा है 

   जूनून इसकी अदा है 

   इसकी लत एक सजा है 

    फिर भी सब इसी पे फ़िदा है। 

8 =प्यार करने की सजा न देना 

      अपना बना कर  भुला न देना 

        मांगो गे  जिंदगी गम न करुँगी 

           वादा है प्यार कभी  कम न करुँगी 

9 =उनके याद में हमने बिता दी सारी रात 

     सुबह झपकी आयी सपने में आ गए याद 

   हमने न शिकायत बया किया ,तो भी रूठ गए हमसे न निगाह किया। 

10 =बचा क्या ? जो नहीं दिया तुम्हे 

      था क्या जो तुमने दिया हमे 

        अब तो रो रोके गीली आँखे भी सुख गई 

        तुझसे प्यार करके मै पूरी तरह टूट गई। 


 




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